Chandra Grahan 2023 -चंद्र ग्रहण को भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, दक्षिण अमेरिका, उत्तर अमेरिका, एशिया, हिंद महासागर, दक्षिण प्रशांत, अटलांटिक, प्रशांत महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा।
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण शनिवार 28 अक्टूबर को आश्विन माह की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस चंद्र ग्रहण को भारत में देखा जा सकेगा। जिस कारण से इसका सूतक काल मान्य होगा। वैदिक पंचांग के अनुसार या चंद्र ग्रहण भारत में 28 अक्टूबर को रात 1:00 बजकर 6 मिनट से शुरू हो जाएगा । जो रात के 2:00 बजकर 22 मिनट पर तक चलेगा । इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे पहले से हो जाएगा। इस तरह से 28 अक्टूबर को शाम 4:00 बजकर 22 मिनट से सूतक लग जाएगा जो ग्रहण की समाप्ति तक चलेगा।
शरद पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण Chandra Grahan 2023
हिंदू धर्म में आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व होता है। इस पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा या कोजागिरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा और खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखने का खास महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा की रात देवी लक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं। और घर-घर जाकर यह देखती है। कि, शरद पूर्णिमा पर कौन जाग रहा है। इस कारण से शरद पूर्णिमा को कोजाकर पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है।
शरद पूर्णिमा पर देवी लक्ष्मी की पूजा और खुले आसमान के नीचे खीर रखना और फिर उससे अगले सुबह खाने का विशेष महत्व होता है लेकिन इस बार पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण का साया रहेगा ऐसे में चंद्र ग्रहण का सूतक शुरू होने से पहले पूजा पाठ जरूर कर लेना चाहिए। ग्रहण की समाप्ति के बाद मित्रों का जाप करें और दान – पुण्य करें।
शरद पूर्णिमा पर खीर बनाने और उसे चांद की रोशनी में रखने से कई तरह के औषधि गुण आ जाते हैं। लेकिन इस बार शरद पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण भी लगेगा। इस वजह से ग्रहण की समाप्ति के बाद खीर बनाना ज्यादा शुभ रहेगा ऐसी मान्यता है, कि ग्रहण और सूतक काल के दौरान ना तो खाना बनाया जाता है। और ना ही खाया जाता है। ग्रहण के दौरान खाने की सभी चीजों में तुलसी के पत्ते जरूर डालें।
जानिए साल 2030 के आखिरी चंद्र ग्रहण की कुछ खास बातें
- साल 2023 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर 2023 को है
- भारत में चंद्र ग्रहण को देखा जा सकेगा ।
- चंद्र ग्रहण रात 1:06 पर शुरू होगा। और 2:22 पर खत्म होगा।
- इस चंद्र ग्रहण को भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, एशिया, हिंद महासागर, अटलांटिक, दक्षिणी प्रशांत महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा।
- देश में चंद्र ग्रहण दिखाई देगा इस कारण से इसका सूतक काल में होगा ।
- चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए। सिलाई बुनाई का काम नहीं करना चाहिए। इस दौरान पूजा – पाठ नहीं करना चाहिए। चाकू या धार वाली चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। खाना बनाने के लिए सब्जियों को नहीं काटना चाहिए। ग्रहण काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए । केवल घर में बैठकर आप भगवान का ध्यान और भगवान के मित्रों का जा आप कर सकते हैं।