Basant Panchami 2024 :हिंदू धर्म में पूजा का बहुत महत्व है। बसंत पंचमी त्योहार हर साल बहुत अधिक उत्साह से मनाया जाता है। इस दिन मां सरस्वती का उत्सव है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज से बसंत ऋतु शुरू होती है। ये त्योहार प्रत्येक वर्ष माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी पर मनाया जाता है। आप भी जाने ये त्योहार कब है और इसका शुभ मुहूर्त क्या है?
सरस्वती पूजा
बसंत पंचमी पर की जाती है सरस्वती की पूजा । 14 फरवरी को बसंत पंचमी है। 14 फरवरी को मां सरस्वती की पूजा होगी, जिसका शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजे 10 मिनट से 12 बजे 22 मिनट तक रहेगा।
बसंत पंचमी का महत्त्व (Basant Panchami 2024)
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बसंत ऋतु चारों ऋतुओं का राजा है। वसंत पंचमी के दिन शीत ऋतु का अंत होता है और वसंत आता है। इस ऋतु के आगमन के साथ ही हर जगह खुशी का वातावरण बन जाता है, क्योंकि पेड़-पौधों में फूल खिलने लगते हैं और खतों में फसलें लहलहाने लगती हैं।
पौराणिक मान्यता (Basant Panchami 2024)
साथ ही, पौराणिक कहानियों में कहा गया है कि सृष्टि के रचयिता ब्रम्हाजी ने मनुष्यों और जीवों को बनाने के बाद सृष्टि सूनसान और विरान लगी। तब उन्होंने ब्रम्हा से आज्ञा लेकर कमंडल से जमीन पर जल डाला। मां सरस्वती को कमंडल से निकलने वाले जल से अद्भुत शक्ति मिली। मां सरस्वती के एक हाथ में वीणा थी, जबकि उसके दूसरे हाथ में वर मुद्रा था।
जब ब्रम्हा ने उनसे वीणा बजाने को कहा, तो सभी जीवों में स्वर आया। मां सरस्वती ने मनुष्यों को बुद्धि और वाणी भी दी। इसलिए हर साल बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की विशेष पूजा की जाती है।